tag:blogger.com,1999:blog-5077306929455704292.post6669623381392838816..comments2023-12-18T04:42:46.580-08:00Comments on यायावरी: नीम का एक पौधा मेरे हाथोंराजेश उत्साहीhttp://www.blogger.com/profile/15973091178517874144noreply@blogger.comBlogger16125tag:blogger.com,1999:blog-5077306929455704292.post-55891326009906397842012-06-21T18:59:42.215-07:002012-06-21T18:59:42.215-07:00सच में बहुत बड़ी बात आपने कही थी...पोलिथिन का इस्त...सच में बहुत बड़ी बात आपने कही थी...पोलिथिन का इस्तेमाल करने से तो मैं भी बचता हूँ, लेकिन फिर भी बहुत बार इस्तेमाल करना पड़ ही जाता है...abhihttps://www.blogger.com/profile/12954157755191063152noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5077306929455704292.post-7144695778171196682012-06-18T03:51:44.946-07:002012-06-18T03:51:44.946-07:00पॉलीथीन अगर आ गया है तो उसका जितना उपयोग कर सकें क...पॉलीथीन अगर आ गया है तो उसका जितना उपयोग कर सकें करें। लेकिन एक समय के बाद वह भी नुकसान पहुंचाने लगता है। जैसे पानी की बोतल अधिक से अधिक डेढ़ साल तक ही उपयोग की जानी चाहिए। उसके बाद उसका प्लास्टिक पानी में घुलने लगता है।राजेश उत्साहीhttps://www.blogger.com/profile/15973091178517874144noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5077306929455704292.post-86450950014085806372012-06-17T22:17:38.671-07:002012-06-17T22:17:38.671-07:00बैग के पैसे तो अब हर जगह ही लिए जाते है किन्तु कुछ...बैग के पैसे तो अब हर जगह ही लिए जाते है किन्तु कुछ लोग अब भी बैग ले कर नहीं आते है कभी समान इतना ज्यादा होता है तो कभी उन्हें लगता है की घर से बैग लाना गवार की निशानी है क्या बैग के पैसे हम नहीं दे सकते है वो अभी तक इस बार तो पर्यावरण से जोड़ कर नहीं देखते है | हम भी घर से बैग ले कर जाते है किन्तु कपडे का नहीं पलास्टिक का ही जो हमरे पास पहले से ही पड़ा है क्योकि समान इतना ज्यादा होता है की कभी कभी किसी कपडे के बाग में लाना संभव नहीं है फिर भी सोच रख है की जिस दिन घर के सारे प्लास्टिक के बैग ख़त्म हो जायेंगे उस दिन कपडे का बैग ही प्रयोग करेंगे तब तक उन प्लास्टिको का भरपूर प्रयोग कर ले | मुंबई जैसे छोटे घर में भी हमने भी २५-३० पौधे लगा कर रखे है |anshumalahttps://www.blogger.com/profile/17980751422312173574noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5077306929455704292.post-90353850113858482382012-06-17T09:47:43.974-07:002012-06-17T09:47:43.974-07:00अमल में लाएंगी तो आपको तो खुशी मिलेगी ही, मुझे भी ...अमल में लाएंगी तो आपको तो खुशी मिलेगी ही, मुझे भी मिलेगी।राजेश उत्साहीhttps://www.blogger.com/profile/15973091178517874144noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5077306929455704292.post-60497063273847187312012-06-17T09:47:03.750-07:002012-06-17T09:47:03.750-07:00तय कर लेंगे तो जरूर ही अपना पाएंगे।तय कर लेंगे तो जरूर ही अपना पाएंगे।राजेश उत्साहीhttps://www.blogger.com/profile/15973091178517874144noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5077306929455704292.post-11437176864609047492012-06-17T09:46:15.992-07:002012-06-17T09:46:15.992-07:00असल में तो यह भारत सरकार ने एक आदेश निकाला है जिसम...असल में तो यह भारत सरकार ने एक आदेश निकाला है जिसमें पोलीथीन बैग की कीमत वसूलना अनिवार्य है। बंगलौर में यह नियम बड़े सुपरबाजारों में कड़ाई से लागू है।<br />दूध आदि के पैकेट कबाड़ में बिक जाता है और फिर से रिसायकिल हो जाता है। लेकिन सब्जी तथा अन्य छोटे मोटे सामान में जो पौलीथीन बैग आते हैं वह तो बिकता नहीं है।<br />वही सबसे अधिक समस्या पैदा करता है।राजेश उत्साहीhttps://www.blogger.com/profile/15973091178517874144noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5077306929455704292.post-74032855691106171892012-06-17T08:21:14.379-07:002012-06-17T08:21:14.379-07:00आपके दोनों सुझाव अनुकरणीय हैं। बंगलौर के दुकानदारो...आपके दोनों सुझाव अनुकरणीय हैं। बंगलौर के दुकानदारों ने अच्छा चलन पैदा किया है--या तो अपना थैला घर से लेकर चलो, न लाए हों तो पैकिंग-बैग समूल्य मिलेगा। पॉलिथीन की थैलियों का प्रयोग दिल्ली के बाज़ारों में भी काफी कम हो गया है बावज़ूद इसके यह प्रयोग में आ ही रही है। दूध मदर डेयरी का हो या अमूल या किसी अन्य कंपनी का, पॉलिथीन में ही पैक आता है, इसके अलावा और भी पता नहीं क्या-क्या। हम घर से तो कपड़े का थैला लेजा सकते हैं, 'बाज़ार' की पैकिंग से कैसे बचेंगे? रही कागज़ के कम प्रयोग की बात, सो उसका प्रयोग भी काफी हद तक कम्प्यूटर और मोबाइल ने कम कर ही दिया है।बलराम अग्रवालhttps://www.blogger.com/profile/04819113049257907444noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5077306929455704292.post-37612069197172388972012-06-17T04:14:41.006-07:002012-06-17T04:14:41.006-07:00बहुत ही अच्छे सुझाव हैं। अमल में लाने के लिये कोशि...बहुत ही अच्छे सुझाव हैं। अमल में लाने के लिये कोशिश करुंगी।डॉ.मीनाक्षी स्वामी Meenakshi Swamihttps://www.blogger.com/profile/15313541475874234966noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5077306929455704292.post-19973638021155926992012-06-17T02:56:48.098-07:002012-06-17T02:56:48.098-07:00आपने अच्छी बातें कहीं आशा है अम इनहें अपने जीवन म...आपने अच्छी बातें कहीं आशा है अम इनहें अपने जीवन में भी अपना पाएंKajal Kumar's Cartoons काजल कुमार के कार्टूनhttps://www.blogger.com/profile/12838561353574058176noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5077306929455704292.post-15600824711789078812012-06-16T21:27:53.210-07:002012-06-16T21:27:53.210-07:00शुक्रिया। आप जैसे जागरूक नागरिक से अपेक्षा भी यही ...शुक्रिया। आप जैसे जागरूक नागरिक से अपेक्षा भी यही है।राजेश उत्साहीhttps://www.blogger.com/profile/15973091178517874144noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5077306929455704292.post-48372505156785213462012-06-16T18:52:25.584-07:002012-06-16T18:52:25.584-07:00आपके दोनों सुझावों पर यथासंभव अमल कर रहा हूँ..आपके दोनों सुझावों पर यथासंभव अमल कर रहा हूँ..प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5077306929455704292.post-16897505788557067272012-06-16T11:30:35.879-07:002012-06-16T11:30:35.879-07:00..पर समस्या यही है कि वे केवल गांठ में बंधी रह जा.....पर समस्या यही है कि वे केवल गांठ में बंधी रह जाती हैं,अमल में कम आती हैं।राजेश उत्साहीhttps://www.blogger.com/profile/15973091178517874144noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5077306929455704292.post-76516979415568948652012-06-16T11:29:08.184-07:002012-06-16T11:29:08.184-07:00और समस्या जितनी पौलीथीन के धरती पर होने से हैं उस...और समस्या जितनी पौलीथीन के धरती पर होने से हैं उससे कहीं ज्यादा उसके धरती के अंदर दबने से।राजेश उत्साहीhttps://www.blogger.com/profile/15973091178517874144noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5077306929455704292.post-34755426073233464972012-06-16T11:25:42.157-07:002012-06-16T11:25:42.157-07:00शुक्रिया सुझाव के लिए। वास्तव में सार्वजनिक रूप स...शुक्रिया सुझाव के लिए। वास्तव में सार्वजनिक रूप से पौधा रोपने का यह पहला मौका था। मैंने पोस्ट में भी ठीक कर लिया है। वैसे जहां 10-15 पौधे लगाकर उन्हें फलता फूलता देख सकें,ऐसी कुछ गज जमीन अभी तक प्राप्त नहीं कर पाएं हैं।राजेश उत्साहीhttps://www.blogger.com/profile/15973091178517874144noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5077306929455704292.post-46704908768838170632012-06-16T10:56:11.691-07:002012-06-16T10:56:11.691-07:00सच है हमारी धरती पोलीथीन के नीचे दब न जाए.......
स...सच है हमारी धरती पोलीथीन के नीचे दब न जाए.......<br />सार्थक पोस्ट....<br /><br />बस एक शिकायत.....जिज्ञासा कह लीजिए.....<br />जीवन में पहला पौधा रोपा????<br />अब कसर पूरी कीजिये...१०-१५ लगाइए.....फल फूलों वाले...<br />गुस्ताखी माफ <br />:-)<br /><br />सादरANULATA RAJ NAIRhttps://www.blogger.com/profile/02386833556494189702noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5077306929455704292.post-81770095873035496712012-06-16T10:47:25.792-07:002012-06-16T10:47:25.792-07:00राजेश भाई आपकी दोनों बातें गाँठ बाँध लेने योग्य है...राजेश भाई आपकी दोनों बातें गाँठ बाँध लेने योग्य हैं...इस सोच के लिए बधाई. उदैपुर यात्रा की रिपोर्ट अच्छी लगी<br /><br />नीरजनीरज गोस्वामीhttps://www.blogger.com/profile/07783169049273015154noreply@blogger.com