अपने होने की तलाश में दर-बदर
काश हम इंसान इनसे कुछ सबक लें...अलग अलग जाती प्रजाति रंग बोली रूप होने के बावजूद तीनो साथ साथ प्रेम से रह रहे हैं...नीरज
इन्सान ऐसा बन ही नहीं सकता है की मिल कर रहे वो कहेगा की हम मिल कर क्यों रहे हम क्या इनकी तरह जानवर है क्या |
काश ऐसा प्रेम हम आदमियों के बीच होता.. बहुत सुन्दर !
बेजोड़ और खूबसूरत.
great collection
हमें तो इनसे सबक लेना चाहिए....काश इतना प्यार हम इंसानों में होता ..तो रोज की मार-काट बच जाती.....बहुत सुंदर तस्वीरें.....
बहुत कुछ कहते हैं ये फोटोग्राफ्स . संवेदना इन्हें खींचनेवालों में भी कम नहीं. आभार.
कमाल की तश्वीरें..
काश हम इंसान इनसे कुछ सबक लें...अलग अलग जाती प्रजाति रंग बोली रूप होने के बावजूद तीनो साथ साथ प्रेम से रह रहे हैं...
जवाब देंहटाएंनीरज
इन्सान ऐसा बन ही नहीं सकता है की मिल कर रहे वो कहेगा की हम मिल कर क्यों रहे हम क्या इनकी तरह जानवर है क्या |
जवाब देंहटाएंकाश ऐसा प्रेम हम आदमियों के बीच होता.. बहुत सुन्दर !
जवाब देंहटाएंबेजोड़ और खूबसूरत.
जवाब देंहटाएंgreat collection
जवाब देंहटाएंहमें तो इनसे सबक लेना चाहिए....काश इतना प्यार हम इंसानों में होता ..तो रोज की मार-काट बच जाती.....
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर तस्वीरें.....
बहुत कुछ कहते हैं ये फोटोग्राफ्स . संवेदना इन्हें खींचनेवालों में भी कम नहीं. आभार.
जवाब देंहटाएंकमाल की तश्वीरें..
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